2 year old baby food chart in hindi
दो साल के बच्चे के लिए हफ्तेभर का डाइट चार्ट, कमजोरी, दुबलापन और आलस होगा दूर, तेजी से बढ़ेगा बच्चा
- अमेज़न क्लीयरेंस स्टोर- बेस्ट सेलिंग होम और किचन अप्लायंसेज पर 80% तक की छूट पाएं |
2 से 3 साल के बच्चे का भोजन चार्ट
सोमवार की डाइट
- नाश्ता : मक्खन के साथ मेथी का परांठा और एक गिलास दूध।
- लंच : काले चने की रसदार सब्जी, बीन्स की सब्जी, रोटी और दही।
- शाम का स्नैक्स :सेब
- डिनर : सोयाबीन और शिमला मिर्च की ग्रेवी की सब्जी और चावल।
मंगलवार का आहार
- नाश्ता : केला और दूध के साथ दलिया।
- लंच : राजमा, जीरा वाले चावल, खीरे से बना रायता।
- शाम का स्नैक्स : नाशपाती।
- डिनर : आलू मटर की सब्जी और मिस्सी रोटी।
बुधवार की डाइट
- नाश्ता : उत्तपम के साथ नारियल की चटनी और छाछ।
- लंच : पनीर पुलाव, चुकंदर की सब्जी और लौकी का रायता।
- शाम का स्नैक्स : अनानास।
- डिनर : वेजिटेबल खिचड़ी और गाजर का रायता
दो साल के बच्चे का डाइट चार्ट
बृहस्पतिवार का खाना
- नाश्ता : कटी हुई सब्जी के साथ मूंगदाल का चीला और एक गिलास दूध।
- लंच : धुली उड़द की दाल, अरबी की भजिया, चावल और दही।
- शाम का स्नैक्स : अंगूर।
- डिनर : आलू और प्याज का परांठा और दही।
शुक्रवार का डाइट चार्ट
- नाश्ता : डोसा और सांभर, एक गिलास छाछ।
- लंच : रसदार छोले और परवल की सब्जी, चावल, दही
- शाम का स्नैक्स : संतरा।
- डिनर : सब्जी वाला पुलाव और खीरे का रायता।
यह भी पढ़ें : बच्चों को किस उम्र से देना चाहिए फ्रूट जूस
दो साल के बच्चे का आहार
शनिवार का क्या खिलाएं
- नाश्ता : बीन्स, गाजर, नारियल से बना सूजी का उपमा और एक गिलास छाछ।
- लंच : कढ़ी और जीरा वाली आलू की सब्जी, चावल।
- शाम का स्नैक्स : केला।
- डिनर : मशरूम, मटर और मकई की रसदार सब्जी, रोटी
रविवार का खाना
- नाश्ते : पनीर भुर्जी, टोस्ट और एक गिलास दूध।
- लंच : सरसों का साग, मक्के की रोटी।
- शाम का स्नैक्स : चीकू।
- डिनर : सांभर और चावल।
बच्चों के लिए स्नैक्स
- मिक्सड वेजिटेबल सैंडविच : यह बच्चों के लिए मांओं का आल टाइम फेवरेट स्नैक्स है। इसमें तरह-तरह की सब्जियां डलती हैं जैसे हरी सब्जियां, गाजर, खीरा, बंदगेाभी आदि। ये सभी पौष्टिक सब्जियां हैं, जो बच्चों को भरपूर पोषण जैसे कैल्शियम, मैग्नेशियम, विटामिन सी, ए और के आदि देती हैं।
- दलिया इडली : यह भी काफी हेल्दी है। दलिया से बनी इडली में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी काफी कम होती है। यह बच्चों के लिए बहुत हेल्दी है। इससे मोटापा भी नहीं बढ़ता।
- स्टीम ढोकला : यह बच्चों के लिए बनने वाला पारंपरिक स्नैक्स है। इसमें मैग्नीशियम, पोटैशियम, फोस्फोरस होता है। जबकि बेसन प्रोटीन का अच्छा स्रोत है। इसमें कैलोरी और आवश्यक फैट है।
यह भी पढ़ें : शिशु को इस उम्र से खिलाना शुरू करें दलिया, मिलेंगे दोगुने फायदे
छोटे बच्चों के लिए मांओं को कुछ जरूरी टिप्स
अक्सर मांएं अपने बच्चे को प्यार से इतना ज्यादा खिला देती हैं कि बच्चे के पेट में दर्द हो जाता है। ध्यान रखें कि बच्चे के स्वास्थ्य के लिए उतना ही जरूरी है, जितना कि वह सहजता से खा सके। यदि आप उसे जबरन बहुत ज्यादा खिला देंगी, तो इससे उसके स्वास्थ्य को नुकसान हो सकता है। मौजदू है हर मां के लिए कुछ जरूरी टिप्स-
- कोशिश करें कि बच्चे को ओवर फीडिंग न कराएं।
- उसे फास्ट फूड बिल्कुल न दें या बहुत कम दें।
- बच्चे की यह सही उम्र है, जब वह पौष्टिक और अस्वस्थ आहार के बीच फर्क समझ सकेगा। ऐसे में अपने बच्चों के साथ सब्जियों में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्वों के बारे में बातें करें। जंक फूड क्यों बुरा है, यह समझाएं।
- आप स्वयं स्वस्थ आहार लें। समय से खाएं और जंक फूड से दूरी बनाए रखें। आपको देखा देखी बच्चे में खानपान की सही आदतें विकसित होंगी।
एक से दो साल के बच्चे की ऐसी रखें डायट, बढ़ेगी इम्यूनिटी दूर होंगीं बीमारियां
- अमेज़न क्लीयरेंस स्टोर- बेस्ट सेलिंग होम और किचन अप्लायंसेज पर 80% तक की छूट पाएं |
बच्चे को क्या खिलाएं
इस उम्र में आपका बच्चा हर चीज खा सकता है। उसे हर वो चीज दें, जो आप लोग खाते हैं। उसकी डाइट में ज्यादा से ज्यादा पौष्टिक चीजों को शामिल करें जैसे दूध, अंडा, चिकन, मछली, मटर, दाल, बादाम, फल, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि।
अपने बच्चे की डाइट में वसा भी शामिल करें। वसा से बच्चों को ऊर्जा मिलती है। इस उम्र में बच्चे को स्नैक्स के तौर पर चाॅकलेट, चिप्स आदि के बजाय ताजे फल आदि दें।
यह भी पढ़ें : 1 साल के बच्चे को भूल से भी न खिलाएं ये 5 चीजें, हो सकती है गंभीर समस्या
बच्चे को कितना खिलाएं
इस उम्र के बच्चों को ठोस आहार लगभग एक कटोरी पूरे दिन में तीन से चार बार दें। हर दो मील के बीच स्नैक्स दें। स्नैक्स दिन में दो बार देना पर्याप्त है। अगर आप उसे अपना दूध नहीं पिला रही हैं, तो उसे इससे ज्यादा आहार की जरूरत हो सकती है।
जब आपका एक साल का बच्चा चलने लग जाए तो उसकी डाइट में बदलाव कर दें। उसे तीन से चार की बजाय चार से पांच बार पूरे दिन में खाना खिलाएं और दो बार स्नैक्स खिलाएं। दूध से बने पदार्थ बच्चों के लिए बहुत ही जरूरी हैं। इन्हें आवश्यक तौर पर दिन में दो बार जरूर दें।
बच्चे को क्या न खिलाएं
फिलहाल इस उम्र में बच्चे इतने छोटे होते हैं कि उन्हें स्नैक्स देने से बचना चाहिए। इन्हें साॅफ्ट ड्रिंक, जंक फूड, कुकीज, केक, सोडा, कैंडी जैसी चीजें बिल्कुल न दें। ये सभी चीजें बच्चे के लिए नुकसानदायक हैं।
इनमें काफी मात्रा में शुगर, नमक, वसा और केमिकल मिले होते हैं। यह बच्चे के पेट के लिए सही नहीं है। इन सबके बजाय पौष्टिक आहार को ही महत्व दें।
बच्चो को किस तरह खिलाएं
बच्चे को कितना और कब खिलाने के साथ-साथ किस तरह खिलाएं, यह जानना भी जरूरी है। बच्चे की डाइट के लिए एक कटोरी फिक्स कर लें। इससे आपको हर बार समान मात्रा में आहार देने में सुविधा होगी।
खाने में अक्सर बच्चे समय लेते हैं। आप उसे जबरन जल्दी खिलाने की कोशिश न करें। खाना खाने में उसे जितना समय लगे, आप उसे दें। शुरुआती दिनों में बच्चे समय लेकर खाना खत्म करते हैं और काफी बिखेरते भी हैं। आप उन्हें सही तरह खाना सिखाएं।
खाते समय बच्चे को तरह-तरह से प्रोत्साहित करने की कोशिश करें और खिलाते वक्त उसके सामने बैठें। खिलाते वक्त अपने बच्चे के साथ बातचीत करें और बच्चे के लिए खाना खाने का समय मस्ती भरा होना चाहिए।
खाना खाने को बच्चा जितना इंजॉय करेगा, वह उतना ही स्वस्थ रहेगा।
यह भी पढ़ें : 1 साल के बच्चे को क्या खिलाना चाहिए? इससे बनेगी अच्छी सेहत
जब बच्चा खाना खाने से मना करे
ज्यादातर मांओं की यही शिकायत होती है कि उनका बच्चा खाना नहीं खाता है। उसे सिर्फ स्नैक्स पसंद हैं, वह भी बाहर का। हालांकि, एक से दो साल के बच्चों को मांएं स्तनपान कराती हैं, इसलिए उनकी डाइट की ज्यादा चिंता नहीं करतीं जबकि ऐसा करना सही नहीं है।
इस समय बच्चे को ठोस आहार देना चाहिए। उसके स्वाद को विकसित होने दें। तरह-तरह के आहार खिलाएं। जो उसे पसंद आ रहा है, शुरुआती दिनों में वही दें। अलग-अलग आहार उसकी पसंदीदा आहार के साथ मिलाकर दें।
बच्चे के खाने में कई रंगों की चीजों को शामिल करें। रंग हमेशा बच्चों को आकर्षित करते हैं। इससे खाने के प्रति भी उनकी रुचि पैदा हो सकती है।
बच्चा जब कोई चीज खाने के लिए मना करे तो बच्चे पर गुस्सा न करें। न ही उस पर खाने के लिए दबाव डालें। पौष्टिक आहार के बदले बच्चे को स्नैक्स न दें। धैर्य बनाए रखें। जब वह टाल दे तो कुछ देर के लिए खाने की थाली उसके सामने से ले हटा दें। थोड़ी देर बाद फिर वही खाना उसे खिलाने की कोशिश करें।
2 year old child's menu with recipes
Menu author: Natalia Dik — pediatrician. She graduated from the Chelyabinsk Medical Academy, clinical internship and residency, specialty pediatrics. She has been working in her specialty since 2007, from 2005-2008 she has been the head of the Allergy Department of the City Clinical Hospital No. 1 of Chelyabinsk, since 2008 she has been a specialist in clinical trials of drugs. She enjoys cooking and practices the Menu of the Week system in her daily life. |
By the age of two, most babies are able to eat many foods and dishes on their own, there is no need to grind food in a blender or knead with a fork. Rejoicing at such changes, some parents want to give the baby to try more new dishes. Some, on the contrary, are afraid to introduce something new, and they are in no hurry to transfer it to the general table. There is some common sense in both approaches. Although the digestive system of a two-year-old baby is already much more mature compared to a one-year-old, nevertheless, it is not yet strong enough. Therefore transition to adult food should be gradual .
The sample menu for week below is suitable not only for feeding a two-year-old child, but also for the whole family.
Do not worry if one of the days the child has not eaten all the dishes you have prepared. Our ideas about how much a two-year-old baby should eat often differ from reality in the direction of overestimation. In addition, children may have their own characteristics and preferences. Everything new is best offered in small portions. Often, babies carefully try unfamiliar or otherwise prepared foods, but if they are offered the same dish next time, they can eat it with pleasure.
MONDAY
Breakfast: Porridge made of oatmeal with caramel apples
Lunch: Pumpkin puree soup with chicken+salad “Sunny”
SUPPORT: Smoothies with sheepskin coat
Dinner: stewed vegetables with freaksheels
Pediatrician's comment:As with all ages, it is very important to diversify the diet of children, including different types of foods . At the same time, vegetables (fresh and cooked), fruits, cereals, milk and dairy products, vegetable and butter should be on the children's menu daily. Recommended norm of milk and dairy products - up to 600 ml (of which at least 200 ml are fermented milk products), vegetables 300-400g (of which potatoes - no more than 150g), fruits - 130g, meat (red or poultry) - up to 90g per day , bread - up to 90g (of which black - no more than 30g). It is advisable to eat fish 2-3 times a week (weekly norm 175g), eggs - no more than 3 times a week. |
TUESDAY
Breakfast: Kindergarten-style scrambled eggs
Lunch: Borsch-mashed potatoes + Potato casserole with vegetables
Snack: Baked apples with cottage cheese
Dinner:
Pediatrician's comment:Make sure your child drinks enough liquids. The norm is 35 ml/kg of water per day ie with a weight of 12 kg your baby should drink 420 ml. It is desirable that it be clean water. If the child refuses it, you can try to give unsweetened compote, herbal tea, but not store-bought juices. |
MEDIUM
Breakfast: Millet porridge with pumpkin in a slow cooker
Lunch: Borscht puree + White cabbage salad with apple
Afternoon snack: Banana smoothie with cookies and nuts
Dinner: Buckwheat porridge + Braised liver
Pediatrician's comment:In the diet of two-year-old children, there should be no such things as fast food (in addition to hamburgers and french fries, these are various chips and store-bought crackers), smoked meats, semi-finished products (sausages, sausages), canned and pickled foods, mushrooms and seafood. |
THURSDAY
Breakfast: Cottage cheese casserole with apples
Lunch: Soup with fish meatballs + Carrots and dried apricots
SUPPLE: yogurt+milk cake
Dinner: Buckwheat
Pediatrician's comment:Of course, it is best to prepare baby food from natural products. If, nevertheless, there is a need to purchase finished products (yogurts, curds, etc.) - be sure to read the information about the composition of on the labels, since at present, even in products intended for baby food, you can often find various flavors, thickeners and preservatives. Manufacturers use many tricks to confuse customers (for example, they write "No preservatives" even if the composition contains citric acid, a powerful preservative). |
FRIDAY
breakfast: Sweet pilaf with dried fruits and nuts
lunch: Soup with fish meatballs + Salad “Vitamin”
SUPPORT: yogurt+milk cake
Dinner: Potato cutlets with turkey and raw
Pediatrician's comment:At the age of two, it is already allowed to introduce a small amount of fried , however, try not to abuse this cooking method, preferring boiling, stewing or baking to it. |
SATURDAY
Breakfast: Cottage cheese casserole with pumpkin in a multicooker
Lunch: Ratatui soup in a multicooker+beetroot salad with prunes and feta
Half -after -day: Kisel from cherry
Dinner: Potato cutlets with turkey and raw
Pediatrician's comment:The diet of children at the age of two remains 5 times a day: three main meals (breakfast, lunch, dinner) and two intermediate ones. If the break between the main meals is short, then in between it is enough to give an unsweetened fruit (apple, pear) or a vegetable salad (for example, apple + carrot). If the break is long, you can offer the baby a fermented milk product (yogurt, cottage cheese) with bread or cookies. |
SUNDAY
Breakfast: Pancakes with carrots Some experts do not recommend introducing sugar and confectionery into the diet until the age of three , or even for life. If you are already giving your child sweets, remember that the daily intake of sugar for a two-year-old child is up to 50g per day, and the less, the better. Chocolate and chocolates should be avoided as they stimulate the nervous system of children, often cause allergies and can cause constipation. Health to you and your children! Author: Anastasija Every parent wants his child to grow up healthy, smart, happy. From childhood, we must teach our children to choose from the variety of foods that are really good for health. The nutrition of children is somewhat different from the nutrition of adults. If the child's nutrition system is built correctly, then the child develops normally, both physically and mentally. Make your child's daily dietary habits a way of life for your family. There is no need to arrange constant lectures from this on the topic of what is useful and what is harmful. By actively communicating with your child, setting an example, you instill good eating habits. Only good things should be said at the table. The situation should help the child to relax, then the appetite will be good and the mood will be friendly. Children can help you with serving and decorating dishes. When serving vegetables and fruits, ask the children what vitamins and minerals they contain and why they are so useful. In order to organize the proper nutrition of the child, you need to follow several important rules: Rule 1 Diet should be varied. This is an important condition for the child's body to receive all the substances necessary for growth and development. Every day, the child's menu should include: fruits and vegetables; meat and fish; milk and dairy products; grain products (bread, cereals, cereals). Insufficiency or excess of food consumed by a child can adversely affect the activity of the gastrointestinal tract, contribute to metabolic disorders, increase overweight (even to various degrees of obesity) or lead to malnutrition. If the child refuses, there is a healthy dish, offer him to experiment and make the dish unusual. So, with the help of dried fruits and nuts, you can put a funny face on porridge, use ketchup and greens to draw a pattern on scrambled eggs, put mashed potatoes on a plate in the form of a snowman figure, etc. What should not be used in children's nutrition: Rule 2 Your child should eat regularly. Children's diet is essential for the body's absorption of nutrients. Preschool children are recommended to eat 4-5 times a day, every 3 hours, at the same time, distributing the diet as follows: breakfast - 25%, lunch - 35%, afternoon snack - 15%, dinner - 25% . At school age, it is advisable to have four meals a day, every 4 hours with an even distribution of the daily ration: breakfast - 25%, second breakfast - 20%, lunch - 35%, dinner - 20%. Try to stop snacking and teach your child to eat only at the table. If this still doesn't work, offer fruit, biscuits, juice for a snack - food that will help drown out hunger, but will not ruin your appetite. Proper organization of meals at school in the form of hot school breakfasts and lunches is an important health-improving measure for children-students. are paying attention. Eating sandwiches, pizza, chips, chocolate bars is harmful because - this food is inferior in composition and also irritates the stomach, contributing to the development of gastritis. Rule 3 A child's diet should replenish his daily energy expenditure. If your child is overweight, limit the amount of sweets and high-calorie desserts, empty the refrigerator. Put a bowl of fruit on the table, a plate of whole grain bread. Children can eat fruits without any restrictions, it is almost impossible to overeat them, and they are very useful.
Lunch: Ratatouille soup in a slow cooker + Beetroot salad with prunes and feta
Afternoon snack: Cherry jelly
Fish casserole 10019 Fish casserole1 9000
Pediatrician's comment: Do you like these recipes?
Proper nutrition of a child is a guarantee of health - Children's City Polyclinic No. 1